मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई यौन हिंसा के खिलाफ कॉंग्रेस सहित कई राजनैतिक पार्टियों ने किया विरोध प्रदर्शन
- महिलाओं के साथ हुई अमानवीय घटना को आम आदमी पार्टी, काग्रेस व सपाईयों ने सड़कों पर उतरकर जताया कड़ा विरोध
महोबा। देश मे बढ़ती मंहगाई, भ्रष्टाचार, अनाचार तथा दुराचार जैसी घटनाओ को रोक पाने मे असक्षम भाजपा की केन्द्र तथा प्रदेश सरकार के विरूद्ध सपा, बसपा व काग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओ ने सड़को पर उतर जबरजस्त विरोध जताया है।
काग्रेस पार्टी के अध्यक्ष तुलसीदास राजपूत के नेतृत्व मे महंगाई भ्रष्टाचार तथा मणिपुर की घटना को लेकर जोरदार प्रदर्शन कर शहर के आल्हा चैक मे विरोधास्वरूप धरना देकर भाजपा की मणिपुर सरकार को बर्खास्त किये जाने की जोरदार मांग उठाई है। काग्रेसियो ने टमाटर, अदरक और मिर्च की गले मे माला डालकर सब्जियो की बढ़ी कीमतो का कड़ा विरोध जताया है। तुलसीदास राजपूत ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि सन 80 के दशक मे प्याज के दाम बढ़े थे तो भाजपा के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने गले मे प्याज की माला पहनकर जोरदार विरोध किया था। वही भाजपा आज सब्जियो की बढ़ी महंगाई पर प्रकृति की देन बता रही है। उन्होने कहा कि मणिपुर मे महिलाओ के साथ जो अमानवीय घटना घटित हुई है उससे सारा राष्ट्र शर्मशार हुआ है। भाजपा मे जहाॅ भी नैतिकता बची है तो मणिपुर की सरकार को तत्काल बर्खास्त करना चाहिए और हो रही हिंसा, आगजनी पर रोक लगाया जाना चाहिए। आंदोलित काग्रेसियो ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि पिछले दो माह से हिंसात्मक घटनाएं निरंतर घटित हो रही है और 160 व्यक्तियो की मौत हो चुकी है तथा 60 हजार से अधिक लोग घरवार छांेड़कर भाग गये है। करोड़ो की सम्पत्ति अराजकतत्वो ने नष्ट कर दी है, और मणिपुर की सरकार तमाशबीन बनी धृष्टराष्ट की भूमिका को अदा कर रही है। तत्पश्चात काग्रेसियो ने महंगाई को रोकने तथा मणिपुर की सरकार को बर्खास्त करने व शांति व्यवस्था लागू करने की मांग को लेकर महामुहिम राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी सदर को सौपा है।
वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष रामनारायण राजपूत के नेतृत्व मे सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने शहर की सड़को पर प्रदर्शन करते हुए मणिपुर मे महिलाओ के साथ हुई अमानवीय घटनाओ को लेकर कड़ा विरोध जताया है। आंदोलित आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओ ने प्रदर्शन के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरते हुए कहा कि मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री चुपकी साधे बैठे हुए है जिससे अराजकत्वो के हौसले बुलंद है। उन्होने कहा कि 2 माह के दौरान असमाजिक तत्वो द्वारा 160 व्यक्तियो की हत्या कर दी गयी है तथा 60 हजार से अधिक लोग घरवार छोड़कर पलायन कर गये है और मणिपुर मे भाजपा की सरकार गांधी जी के तीन बंदरो की तरह चुपचाप तमाशा देख रही है।
मणिपुर मे महिलाओ को निर्वस्त्र करके घुमाये जाने तथा सामूहिक बलात्कार जैसी अमानवीय घटना की सपाईयो ने भर्षणा करते हुए देर शाम कैंडिल मार्च निकालकर कड़ा विरोध जताया है तथा मणिपुर सरकार को बर्खास्त किये जाने की मांग की है।