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हिन्दी साहित्य भारती ने गोवा को पूर्व राज्यपाल मृदुला सिन्हा को श्रृद्धांजलि अर्पित की

रिपोर्ट- संदीप कुमार

दिल्ली। हिन्दी साहित्य भारती द्वारा ऑनलाइन श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर, हिन्दी साहित्य भारती के मार्गदर्शक मण्डल की वरिष्ठ सदस्य, प्रख्यात साहित्यकार एवं गोवा की पूर्व राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा जी के आकस्मिक निधन पर उस महान आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
हिन्दी साहित्य भारती के मार्गदर्शक और हरियाणा के पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने श्रीमती मृदुला सिन्हा को महान व्यक्तित्व और कृतित्व की धनी बताते हुए कहा कि उनके व्यवहार में चुम्बकीय आकर्षण था। उन्होंने कहा कि मृदुला जी यथा नाम तथा गुण की कहावत को पूर्णतया चरितार्थ करती थी। श्री सोलंकी ने कहा कि उन्होंने साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनैतिक क्षेत्र में अपने श्रेष्ठ कार्यों से बहुत नाम कमाया।
हिन्दी साहित्य भारती के दूसरे मार्गदर्शक श्री पचंदश नाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी यतीन्द्रानन्द गिरी जी महाराज ने श्रीमती मृदुला सिन्हा जी को अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनसे मिलने वाला कोई भी व्यक्ति बिना प्रभावित हुए नहीं रहा। उनकी विनम्रता, मृदुभाषिता और कुशल व्यवहार का हर कोई कायल था। स्वामी जी ने कहा कि मृदुला जी व्यक्ति नहीं वरन एक संस्था थी।
हिन्दी साहित्य भारती के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ० रवींद्र शुक्ल ने मृदुला जी के निधन को अपनी व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा कि उन्होंने सदैव बड़ी बहन का प्यार दिया। गोवा के राज्यपाल के रूप में उन्होंने जनसाधारण के हित के लिए अनेक कार्य किये। डॉ० शुक्ल ने कहा कि मृदुला जी समर्पित समाजसेवी, कुशल राजनीतिज्ञ और लोक जीवन की चितेरी साहित्यकार थी।
हिन्दी साहित्य भारती के केन्द्रीय महामन्त्री डॉ० अनिल शर्मा ने कहा कि मृदुला जी ने ग्राम्य जीवन को जिया और अपने साहित्य में स्थान दिया। डॉ० शर्मा ने कहा कि यह परम् पिता परमेश्वर की ही उन पर कृपा रही कि 78 वर्ष की आयु में भी जीवन के अंतिम क्षण तक वे निरन्तर सक्रिय रही।
श्रद्धांजलि सभा में हिन्दी साहित्य भारती के पेज पर जहाँ उनके हजारों चाहने वालों ने अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की वहीं हिन्दी साहित्य भारती की प्रदेश इकाईयों के प्रतिनिधियों के रूप में डॉ० नलिनी पुरोहित, डॉ० अरुण सज्जन, डॉ० रमा शर्मा, डॉ० सुरभि दत्त, डॉ० माला मिश्रा, डॉ० क्रांति कनाटे, डॉ० कविता भट्ट “शैलपुत्री”, डॉ० निधि द्विवेदी, डॉ० के० आर० भट्ट आदि अनेक प्रदेश प्रतिनिधियों ने श्रीमती मृदुला सिन्हा जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
हिन्दी साहित्य भारती के केंद्रीय महामन्त्री डॉ० अनिल शर्मा ने बताया कि मृदुला जी के निधन के शोक में हिन्दी साहित्य भारती ने अपने आगामी एक सप्ताह के समस्त कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। सभी प्रदेश, प्रान्त और जिला इकाईयों में भी मृदुला सिन्हा जी की स्मृति में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। यह जानकारी हिंदी साहित्य भारती के दिल्ली प्रदेश मंत्री कवि “चेतन” नितिन खरे ने हमारे संवाददाता को दी।

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