सपा को बड़ा झटका, पूर्व विधायिका ने जिला पंचायत सदस्य बेटे सहित सपा से दिया इस्तीफा, लगाये गंभीर आरोप। पढ़ें पूरी खबर
- पूर्व में समाजवादी पार्टी सरकार में विधायिका रह चुकी हैं अम्ब्रेश कुमारी
- युवाओं के बीच मजबूत पकड़ रखते हैं मृत्युंजय प्रताप
महोबा। लोक सभा चुनाव की सरगर्मियां तेज होने लगी है,पार्टियों ने अपने गणित को मजबूत करने के लिए दूसरे दल व जातियों के नेताओ को अपनी तरफ मिलाने का काम तेज कर दिया है, राठ हमीरपुर में अच्छी पकड़ रखने वाली पूर्व विधायिका अम्बेश कुमारी व उनके जिला पंचायत सदस्य बेटे ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।जिससे उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चाएं तेज हो गई है।
बताते चलें कि जिला पंचायत की बैंदो सीट से भारी बहुमत से जीत दर्ज करने वाले मृत्युंजय प्रताप उर्फ सनी युवाओं में मजबूत पकड़ रखते हैं। सूत्रों के मुताबिक सनी भाजपा नेताओं के साथ संपर्क में थे तभी से उनके सपा छोड़ने की अटकलें लगाई जानें लगी थी लेकिन समाजवादी पार्टी को अब और बड़ा झटका लगा जब चरखारी से सपा से विधायक रही उनकी मां ने भी इस्तीफा दे दिया है।एक समय वह सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की सबसे करीबी विधायकों में जानी जाती रही है।
इस मामले में सपा जिलाध्यक्ष शोभालाल यादव का कहना है की यह सत्ता प्रिय लालची नेता है सत्ता के लालच में इन्होंने भाजपा ज्वाइन की है सत्ता जाते ही यह भाजपा को भी छोड़ देंगे।फिर से किसी सत्ताधारी पार्टी में घुसने की जुगत लगायेंगे जिस पार्टी ने इन्हे यहां तक पहुंचाया जब उसके नहीं हुए तो और किसके हो सकते हैं।साथ ही उन्होंने कहा है कि अम्बेश कुमारी के बेटे मृत्युंजय प्रताप सनी ने समाजवादी पार्टी के समर्थन से जिला पंचायत चुनाव बैंदो सीट से जीता था यदि जरा भी नैतिकता उनमें हो तो सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दें।
तो वहीं पूर्व विधायिका अम्ब्रेश कुमारी का कहना है कि जब से नेता जी मुलायम सिंह यादव नहीं रहे तो पार्टी में खास तौर पर दलित कार्यकर्ताओं का कोई सम्मान नहीं हो रहा था और केवल पिछड़ों के नाम पर राजनीति करके अपने परिवार के खजाने को भरने का काम किया जा रहा था।जहा हमें और हमारे समाज को सम्मान मिलेगा वहां रहकर जनता की सेवा करेंगे।
जिला पंचायत सदस्य मृत्युंजय प्रताप ने मोदी और योगी की तारीफ करते हुए कहा कि इनके नेतृत्व में देश और प्रदेश आगे बढ़ रहा है। इनकी नीतियों से प्रभावित होकर ही भाजपा ज्वाइन कर रहा हूं। वहीं सपा जिलाध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कोई ऐसा अधिकृत रिकार्ड दिखा दे की सपा ने उन्हें चुनाव लड़ाने के लिए नामित किया हो तो वह तत्काल इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने कहा कि हम और हमारे समाज के लोगों ने तो मेहनत करके उस समय भी पार्टी की नाक बचाई थी, जब लोग सपा से जुड़ना भी नहीं चाहते थे। लेकिन ये लोग दूसरों की मेहनत का श्रेय खुद लेने के आदी है।
मृत्यंजय प्रताप अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ कल भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं। जिसमें दो दर्जन से अधिक प्रधान प्रेमचंद्र राजपूत नगारा घाट, नरेंद्र यादव नैपुरा, नरेंद्र राजपूत लिधौरा, मंगल सिंह पाल, रवि पटेल, खलख अहिरवार, मनोज अहिरवार, भान सिंह अहिरवार सहित महोबा के सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हैं।