केन बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट पर दोनो प्रदेशो के मुख्य मन्त्रीयो ने किए हस्ताक्षर

बुन्देलखण्ड के लाल ने चुकाया अपनी माटी का कर्ज बहाई विकास की गंगा
रिपोर्ट – पवन सिंह
महोबा- एतिहासिक दिन है और आज के दिन बुंदेलखण्ड की भाग्य रेखा खीची गई है आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,जल शक्तिमंत्री गजेन्द्र शेखावत की गरिमामय उपस्थिति में उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री व मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा केन-बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट पर हस्ताक्षर किए गए इससे बुंदेलखंड के लगभग 62 लाख लोगो को पीने का पानी व 10 लाख हक्टोयर से अधिक भूमि पर सिचाई तथा 120 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा । बुंदेलखंड के हमीरपुर महोबा तिन्दवारी के सांसद द्वारा इस हेतु अनेक बार प्रदेश व केंद्र के मंत्रालयों से पत्राचार भी किया गया और 21 जून 19 को संसद में निजी बिल लाकर बुंदेलखंड की सबसे अधिक प्रासंगिक मांग जल प्रबंधन और केन बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट के लिए निजी विधेयक 21जून 2019 को सदन में लाया गया थ । जिसकी गूंज सदन में लगभग 9 महीने तक गूंजती रही । इस विषय पर कांग्रेस के सदन में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चैधरी सहित अनेक सांसदों ने अपने विचार रखे। और फिर सदन में खड़े होकर जल केंद्रीय जल शक्ति मत्री ने घोषणा की कि अब यह माननीय प्रधानमंत्री का संकल्प है। और इसकी परिणिति यह है। कि देश की प्रस्तावित 30 जल नदी परियोजनाओं में सबसे पहले केन-बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट की शुरुवात हो रही है जो कि देश में जल क्रांति व जन प्रबंधन माडल में मिसाल बनेगा। बुंदेलखंड के सांसद कुँवर पुष्पेन्द्र सिंह चन्देल ने चंदेलों की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए पिछली लोकसभा में देश की नदियों के जल प्रबंधन संबंधी विभिन्न 20 से अधिक चर्चाओं में भी भाग लिया और इस लोकसभा में तो केन बेतवा रिवर लिंकिंग प्रोजेक्ट पर निजी विधेयक लाकर और सदन में उस पर नौ महीने चर्चा कराकर और इस संबंध में परिणाम निकालकर अपनी माटी का कर्ज चुकाया है!