किसानों ने जिले के कई इलाकों पर लगाया जाम
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– बारिश ओलावृष्टि ने फसलों को किया बर्बाद 9 घंटा लगा जाम आश्वासन के बाद हुआ समाप्त
महोबा। बुंदेलखंड के महोबा जिले मे देर रात आंधी के साथ हुयी जोरदार बारिश और ओलावृष्टि ने भारी तबाही मचा दी है। एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार हुई ओलावृष्टि से खेतों मे लहलहाती गेहूं, चना और लाही की तैयार खडी फसल बर्बाद हो गईं, वही खेतों में कटी मटर काली होकर सड़ने लगी है। इस दैवीय आपदा से आक्रोशित अन्नदाता किसान सड़क पर जाम लगाकर मुआवजे की मांग कर रहा है। किसानों ने जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा किया है। मौके पर जाम खुलवाने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों की सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया इसके बाद तकरीबन 9 घंटे चले इस प्रदर्शन को किसानों ने समाप्त कर दिया है। कृषि विभाग इस दैवीय आपदा में हुए नुकसान का आंकलन कर शासन को रिपोर्ट भेजने की तैयारी में जुट गया है। वही सदर विधायक ने सीएम को पत्र लिखकर प्रभावित किसानों को उनकी फसल के हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति दिलाए जाने की मांग की है।
महोबा जिले में एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार हुई ओलावृष्टि के रूप में प्राकृतिक आपदा ने किसानोें को तबाह कर दिया है। कंगाली के मुहाने पर खड़े हजारों किसानों ने कुलपहाड़ तहसील के नगारा डांग, बिजौरी, इंद्रहाटा के मुख्य मार्गों पर अपनी सड़ी फसल, ट्रैक्टर लगाकर जाम लगा दिया और जमकर नारेबाजी कर आक्रोशित किसानों ने सरकार से बर्बाद हुई फसल के मुआवजे की मांग है। जैतपुर विकास खंड निवासी किसान रतन, रामचरण ने बताया कि ओलावृष्टि से फसल को भारी क्षति हुई है। ओला गिरने से गेंहू की फसल खेतोँ मे ही बिछ गयी है उन्होनें बताया कि इस समय लाही, मसूर, चना, गेहूँ आदि की फसले तैयार खडी थी। मटर की फसल की किसान लगभग कटाई कर चुका था जो अब खेतों में सड़ रही है। बारिश होने से सब कुछ चैपट हो गया।
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किसानों ने अक्रोशित होकर सरकार से जल्द मुआवजा दिए जाने की मांग की जिसे पूरा न किए जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी गई। किसानों के रुख को देखकर एसडीएम कुलपहाड़ अनुराग प्रसाद सहित सीओ हर्षिता गंगवार भी मौके पर पहुंची है। यही नहीं कानून व्यवस्था के मद्देनजर भारी पुलिस बल भी मौके पर लगाया गया है। प्रशासनिक अधिकारियों ने बमुश्किल किसानों को समझाया। उनके मुआवजे की मांग जल्द पूरा करने की बात प्रशासनिक अधिकारियों ने कहीं और कहा कि नुकसान का आंकलन कराकर उसकी भरपाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी और जल्द से जल्द मुआवजा दिया जाएगा। प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद 9 घंटे तक चले इस प्रदर्शन को आखिरकार किसानों ने समाप्त कर दिया है लेकिन किसानों ने साफतौर पर कहा कि यदि उनकी मांग जल्द पूरी नहीं की गई तो फिर किसान बड़ा आंदोलन भी करेंगे। किसान इस कदर आक्रोशित था कि अपने हाथों में खेतों में बरसे बर्फ के टुकड़े लेकर अपनी बदहाली को बताते दिखाई दिए है। वहीं एसडीएम अनुराग प्रसाद ने किसानों को समझने के लिए पुलिस वाहन में लगे माइक का सहारा लेकर उन्हें हर मदद का शासन दिया और कहा कि देवी आपदा में प्रशासनिक अधिकारी भी उनके साथ हैं और हर प्रकार की मदद और मुआवजा दिलाने का काम अधिकारी करेंगे तब कहीं जाकर किसानों ने प्रदर्शन को समाप्त कर दिया।
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वहीं दूसरी तरफ सदर विधायक राकेश गोस्वामी ने भी मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जिले में लगातार असमय हो रही बारिश व ओलावृष्टि से हुए फसलों के नुकसान के क्षतिपूर्ति दिलाये जाने की मांग की है। विधायक ने शासन स्तर पर वार्ता कर जल्द ही किसानों को क्षतिपूर्ति दिलाने का आश्वासन दिया है। सदर विधायक ने कहा कि आपदा पर किसी का बस नहीं है किसानों के ऊपर जो आफत टूटी है उसमें सरकार उनके साथ है। मदद और मुआवजा के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भेज दिया गया है जल्दी किसानों को राहत राशि दी जाएगी। देवी आपदा से बर्बाद हुए महोबा की किसानों को लेकर उपकृषि निदेशक अभय सिंह ने कहा कि अचानक बदले मौसम का कृषि पर खासा दुष्प्रभाव हुआ है। ओलावृष्टि से फसलों को भारी क्षति पहुंचने की सूचना मिली है। किसानों के हुए नुकसान का आंकलन कराया जा रहा है। रिपोर्ट शासन को प्रेषित कर आवश्यक कार्यवाही अमल मे लाई जाएगी।