बुंदेली संगीत का नया सितारा: रोशन महोबा का ‘तुनक तुनक’ गाना देशभर में छाया
रिपोर्ट : शान मुहम्मद (शानू)
- बुंदेली गीत “सुन भौजी की बैन” ने इंस्टाग्राम में मचाया धमाल, ट्रेडिंग लिस्ट में 6वें नंबर पर
महोबा। बुंदेलखंड की समृद्ध संस्कृति और लोक संगीत को आधुनिक पहचान देने वाले यूट्यूब चैनल रोशन महोबा का नया गाना ‘तुनक तुनक न्यू बुंदेली सॉन्ग’ देशभर में धूम मचा रहा है। यह गाना जबसे रिलीज हुआ है टॉप 10 में इंस्टाग्राम पर भारत में 6वें नंबर पर ट्रेंड कर रहा है और दर्शकों का भरपूर प्यार पा रहा है।
बुंदेली धुन और परंपरा की झलक
गाने का शीर्षक “सुन भौजी की बैन” बुंदेली भाषा और लोकजीवन की मिठास को उजागर करता है। इसकी धुन और बोल बुंदेलखंड की समृद्ध लोक-संस्कृति से प्रेरित हैं। गाने में मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं रोशन राजपूत, अंजली कुशवाहा, सपना श्रीवास, और अंकित यादव ने, जिनकी जीवंत अदाकारी ने इसे और भी खास बना दिया है।
तकनीकी टीम की मेहनत
इस गाने को डॉ. महाराज सिंह लोधी की मधुर आवाज ने सजाया है। शूटिंग महोबा के एक निजी पैलेस पर की गई, जिसे रोशन राजपूत और चरण राणा ने निर्देशित किया। गाने की रिकॉर्डिंग का श्रेय सत्य साईं स्टूडियो के खलक रॉयल को जाता है, जबकि झांसी में मिक्सिंग और मास्टरिंग से गाने की तकनीकी गुणवत्ता को और निखारा गया।
सोशल मीडिया पर छाया जादू
गाने को यूट्यूब के अलावा इंस्टाग्राम पर भी लाखों व्यूज़ और लाइक्स मिल रहे हैं। रोशन महोबा चैनल और रोशन राजपूत की इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर इसे जमकर शेयर किया जा रहा है। गाने का विषय और प्रस्तुतीकरण बुंदेली संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला रहा है।
‘जय बुंदेलखंड’ का संदेश
यह गाना केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं है, बल्कि “जय बुंदेलखंड” का संदेश भी प्रसारित करता है। गाने में बुंदेली परंपराओं, वेशभूषा, और संगीत को शानदार ढंग से उकेरा गया है, जो न केवल स्थानीय दर्शकों, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा जा रहा है।
पूरी टीम की एकजुटता और योगदान
गाने के निर्माण में पनवाड़ी ब्लॉक के पहाड़िया गांव निवासी विपत सिंह राजपूत के पुत्र रोशन राजपूत ने लेखक, एडिटर और निर्माता के रूप में बहुमुखी भूमिका निभाई है। साथ ही प्रमोद राजपूत, राहुल राजपूत, सपना श्रीवास, संदीप कुशवाहा, रितेश, और कुबेर जैसे टीम के सदस्यों ने अपने समर्पण से इसे दर्शकों के दिलों तक पहुंचाया है।
बुंदेली संस्कृति का बढ़ता प्रभाव
‘सुन भौजी की बैन’ जैसे गानों ने क्षेत्रीय संगीत की ताकत को दिखाया है। यह गाना बुंदेलखंड की मिट्टी की महक और परंपरा की खुशबू हर घर तक पहुंचा रहा है। यह न केवल बुंदेली कलाकारों को प्रोत्साहन देता है, बल्कि उनकी कला को एक व्यापक मंच भी प्रदान करता है।
भविष्य की योजना
‘रोशन महोबा’ सोशल मीडिया चैनल ने विश्वास जताया है कि आने वाले समय में और भी उत्कृष्ट बुंदेली गाने दर्शकों के सामने लाए जाएंगे। ‘तुनक तुनक’ की सफलता ने टीम को और उत्साहित किया है, और वे क्षेत्रीय संस्कृति को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
रोशन महोबा के गाने ‘तुनक तुनक’ ने लोक संगीत की बढ़ती लोकप्रियता और बुंदेली संस्कृति के महत्व को साबित कर दिया है। यह प्रयास न केवल मनोरंजन है, बल्कि संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने का एक सार्थक प्रयास भी है।