प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र में बाहरी दवाओं की बिक्री से मचा हड़कंप, स्वास्थ्य विभाग ने दिए सख्त निर्देश
रिपोर्ट :- शान मुहम्मद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना ‘प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र’ के तहत महोबा जिला अस्पताल में संचालित केंद्र पर बाहरी दवाएं बेचे जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले के उजागर होने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। औषधि निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने पहली बार इस केंद्र का निरीक्षण किया और स्टॉक की जांच कर संचालक को तय मानकों के अनुसार दवाइयों की बिक्री करने के निर्देश दिए हैं।
बीते शनिवार को अपर निदेशक स्वास्थ्य, रेखा रानी ने औचक निरीक्षण के दौरान जन औषधि केंद्र में बाहरी दवा मिलने पर कड़ी आपत्ति जताई थी। इसके बाद सोमवार को सीएमएस द्वारा निरीक्षण में भी बाहरी दवाएं पाए जाने पर नाराजगी जाहिर की गई थी। सूत्रों के अनुसार, जन औषधि केंद्र से हटाई गईं बाहरी दवाओं को जिला अस्पताल के एक कक्ष में रखा गया था, लेकिन वे दवाएं रातों-रात गायब कर दी गईं, जिससे यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।
स्वास्थ्य विभाग की प्रतिक्रिया:
औषधि निरीक्षक ने मंगलवार को जन औषधि केंद्र का पुन: निरीक्षण कर दवाओं के मिलान के बाद संचालक को तय मानक के अनुसार दवाएं बेचने की हिदायत दी है। बाहरी दवाएं पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। सीएमएस डॉक्टर पी.के. अग्रवाल और सीएमओ डॉ. आशाराम ने भी इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई की बात कही है।
जन औषधि केंद्र में हो रही अनियमितताओं और बाहरी दवाओं की बिक्री के चलते आम जनमानस में अस्पताल के प्रति विश्वास डगमगा रहा है। मामले की जांच जारी है।