नाबालिक बेटी को भगाने वाले अराजक तत्वों ने महिला को घर में घुसकर पीटा, पुलिस कार्यवाही के अभाव से सदमे में परिवार
रिपोर्ट : शान मुहम्मद
महोबा। महोबा के चरखारी कस्बे में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर भगाने वाले अराजकतत्वों ने उसकी मां को घर में घुसकर बेरहमी से लाठी-डंडों से पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। आरोप है कि घटना की शिकायत के बाद भी पुलिस ने कोई सख्त कार्यवाही नहीं की है, जिससे पीड़ित परिवार भयभीत है।
घटना का विवरण देते हुए पीड़िता सुमित्रा पत्नी रूपसिंह कुशवाहा ने सोमवार को पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल को एक प्रार्थना पत्र सौंपा। सुमित्रा ने अपने पत्र में बताया कि एक सप्ताह पहले मुहल्ले का ही रज्जू पुत्र लल्लू उसकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया था। इस घटना के बाद सुमित्रा ने थाना चरखारी में शिकायत दर्ज कराई थी, परंतु पुलिस द्वारा मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
सुमित्रा का आरोप है कि थाना पुलिस ने उसे डराकर और बेटी की “बदनामी” का वास्ता देकर मामला रफा-दफा करवा दिया। इस पर पुलिस ने समझौता करवा दिया और आरोपी को बिना सजा के छोड़ दिया।
रज्जू और उसके पिता लल्लू द्वारा थाने से छूटकर आने के बाद, पिछले रविवार की शाम को वे सुमित्रा के घर में जबरन घुस आए और लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया। सुमित्रा के अनुसार, आरोपियों ने उसे इस कदर पीटा कि वह अधमरी हालत में गिर पड़ी। मरा समझकर दोनों आरोपी वहां से भाग गए। सुमित्रा ने पुलिस थाने जाकर इस घटना की शिकायत की, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है।
पीड़िता ने आरोपियों से परिवार की जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।