रिपोर्ट – पवन सिंह
- अंबेडकर की मूर्ति के सामने ली संविधान की शपथ
- समाज सेवियों ने मनाया संविधान दिवस
महोबा। बुंदेली समाज की अगुवाई में संविधान दिवस पर आज समाज सेवियों ने भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के नीचे संविधान की प्रस्तावना की शपथ ली एवं कहा कि हमारा संविधान दुनिया का सबसे अच्छा संविधान है एवं हर परिस्थिति से मुकाबला करने में सक्षम है। इस मौके पर संविधान निर्माता डा. आंबेडकर की प्रतिमा पर बसपा नेताओं ने माल्यार्पण भी किया।
संविधान की प्रस्तावना की शपथ बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर ने दिलाई एवं बताया कि भारतीय संविधान दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है एवं इसे 2 साल 11 महीने 18 दिन की अथक मेहनत के बाद 26 नवंबर,1949 को संविधान सभा ने अंगीकृत किया था और 26 जनवरी, 1950 को इसे लागू किया गया। महामंत्री डा. अजय बरसैया ने कहा कि 71 वर्ष पुराने इस संविधान को बनाने के लिए 386 लोगों की संविधान सभा बनायी गयी थी। हमारा संविधान इतना लचीला है कि अब तक इसमें 126 संशोधन हो चुके हैं। संविधान गठन के लिए देश आजाद होने के बाद 29 अगस्त, 1947 को संविधान सभा गठित की गयी जिसका स्थाई अध्यक्ष डा. राजेन्द्र प्रसाद को चुना गया एवं प्रारूप समिति का अध्यक्ष महान कानूनवेत्ता डा. भीमराव आंबेडकर को बनाया गया। डा. राम सेवक चौरसिया ने बताया कि डा. आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष 2015 से संविधान दिवस हर वर्ष लगातार मनाया जा रहा है। इस मौके पर बसपा जिलाध्यक्ष गंगादीन अहिरवार, राजेन्द्र सोलंकी, जगदीश जाटव, किशन कुशवाहा, तुलसीदास, बल्ला भैया, कृष्णा शंकर जोशी, प्रेम साहू, देवेन्द्र तिवारी, अमर चंद विश्वकर्मा, रमाकांत नगायच, वीरेन्द्र अवस्थी, अनिरुद्ध मिश्र,
पुरुषोत्तम सेन व रमेश भारती समेत तमाम लोग मौजूद रहे।