महोबा। बुंदेलखंड की महिलाओ का आर्थिक स्वावलंबन हेतु एक सफल प्रयास किया जा रहा है जिसमे महिला उद्यमियों द्वारा संचालित की जा रही है बसंत वुमन फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी बसंत मसाले, बेसन दलिया की बाजार मे बढ़ रही है मांग। बुंदेलखंड की महिलाओ द्वाराउद्यमी बनने की दिशा मे एक और सराहनीय प्रयास किया है। फाउंडेशन के सहयोग से एक्शन एड द्वारा संचालित आजीविका संवर्धन कार्यक्रम के अंतर्गत महोबा झांसी तथा ललितपुर जनपद की महिला उद्यमियों ने बसंत वुमन फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी बनाकर व्यवसाय प्रारंभ किया गया है। एफपीओ की डायरेक्टर मीना और लक्ष्मी देवी ने जानकारी देते हुए बताया की अभी हम अपनी कंपनी के माध्यम से बसंत ब्रांड के नाम से हल्दी, धनिया, मिर्च, बेसन, दलिया का उत्पादन करके बाजार मे बिक्री की जा रही है। हमारी कंपनी का मुख्य उदेश्य स्थानीय स्तर पर किसानों द्वारा किए जा रहे उत्पादों की प्रोसेसिंग (वेल्यू एडिसन) करना और उन्हे बाजार उपलब्ध कराना है हमारा यह कार्यक्रम वेल्यू चेन आधारित है। हम चिव से जुड़ी हुई महिला किसान उद्यमियों से कच्चा माल जैसे धनिया, खड़ी मिर्च,हल्दी, गेहू, चना, एवं दाले खरीदते है तथा ग्राम बेदोरा जनपद झांसी मे स्थित प्रोसेसिंग यूनिट मे इनकी प्रोसेसिंग एवं पैकेजिंग की जाती है। उत्पादों की बिक्री हेतु बीजनिस वुमन लीडर श्रीमती सुमन के नेत्रत्व मे एक मार्केटिंग टीम बनी है जो उत्पादों की बिक्री के लिए ग्रामीण एवं कस्बों, कालोनियों आदि मे स्टाल लगाकर बिक्री की जा रही है साथ ही हम बिक्री हेतु गाँव गाँव मे बसंत सामुदायिक किसान संसाधन केंद्र (बीसीएफआरसी) एवं आउट्लेट खोल रहे है इनके संचालन हेतु बसंत सखियों को चयनित कर उन्हे समृद्धि परियोजना के माध्यम से मार्केटिंग करने हेतु प्रशिक्षित किया गया है। सुमन ने बताया की अभी जनवरी माह मे दिल्ली मे आयोजित लायविली हुड समिट मे भी हमने अपने उत्पादों का स्टाल लगाया था और हाल ही मे कृषि विश्वविद्यालय झांसी तथा महोबा एवं ललितपुर मे आयोजित कृषि मेला मे भी हम स्टाल लगा रहे है लोग हमारे स्टालों से बसंत के उत्पाद खरीद रहे है। बोर्ड की डायरेक्टर ममता ललितपुर एवं पयस्वनी देवी महोबा ने बताया की अभी तक हमारी कंपनी (एफपीओ) मे महोबा झांसी तथा ललितपुर जनपद की 2745 महिला उद्यमी जुड़ी हुई है तथा 962 महिलाये शेयर धारक है आगे हमारा प्लान सरसों की प्रोसेसिंग हेतु सोलर आधारित ऑइल मिल लगाने का है। हम समृद्धि परियोजना के सहयोग से महिला उद्यमियों को मसालों की खेती करने हेतु प्रोत्साहित एवं प्रशिक्षित कर रहे है हमे 500 बिजनीश वुमन लीडर बनानी हैऔर लगभग 15000 परिवारों तक अपने उत्पाद पहुंचाने का लक्ष्य है।