अनशन पर बैठे युवक को समझाते इंस्पेक्टर
- राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी का प्रदेश प्रभारी है पीड़ित
- पीड़ित की दो गाड़ियों को पुलिस ने किया था जप्त
महोबा ब्यूरो। पुलिसिया कार्रवाई से क्षुब्ध होकर राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी ने अपनी पत्नी और एक दर्जन कार्यकर्ताओं के साथ सोमवार को आंबेडकर पार्क में अनशन शुरू कर दिया। अनशन की भनक लगते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई और उन्हें उठवाने का प्रयास शुरू किया तब युवक व कोतवाली इंस्पेक्टर के बीच काफी नोकझोक हुई।
26 सितम्बर को कोतवाली पुलिस द्वारा गैंगेस्टर एक्ट के अभियुक्त के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसके दो वाहन जप्त किए थे। इसके अलावा युवक को कोतवाली का टाॅपटेन अपराधी भी बताया था। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षुब्ध होकर राष्ट्रीय परशुराम सेना युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी आशीष त्रिपाठी ने अपनी पत्नी व एक दर्जन कार्यकर्ताओं के साथ आंबेडकर पार्क में सोमवार को अनशन शुरू कर दिया। कुछ घंटे के ही अनशन के बाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। जहां कोतवाल अनिल कुमार सिंह ने युवक को समझाने-बुझाने का प्रयास किया लेकिन इस बीच काफी नोकझोक हुई। पीड़ित का कहना था कि उसने समाज की हमेशा लड़ाई लड़ी है। जिसका सिला उसे पुलिस प्रशासन द्वारा दिया जा रहा है। कहा कि उसे साजिश के तहत टाॅपटेन अपराधी घोषित किया गया है जबकि वह एक समाजसेवी है और उसने मुआवजे की पैसे से दो गाड़ियां खरीदी थी।