नौतपा शनिवार से शुरू हो चुका है। यह 15 दिनों का वो दौर होता है जब सूरज धरती के सबसे करीब होता है और गर्मी अपने चरम पर पहुंच जाती है। इस दौरान लू चलने और तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना रहती है।
नौतपा का महत्व:
नौतपा का आगमन 25 मई से शुरू हो चुका है। ज्योतिष शास्त्र में इन 9 दिनों का विशेष महत्व माना जाता है। कहा जाता है कि इन दिनों में सूरज यदि अधिक तपता है तो यह अच्छी बारिश होने का संकेत है।
गर्मी से बचने के उपाय:
- पानी: दिन भर भरपूर मात्रा में पानी पिएं। तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी जैसे जलयुक्त फल और नारियल पानी का सेवन करें।
- कपड़े: ढीले और हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें। सिर पर टोपी या छाता रखें।
- घर: घर को ठंडा रखने के लिए पर्दे और खिड़कियां बंद रखें। पंखे और कूलर का इस्तेमाल करें।
- भोजन: हल्का और पौष्टिक भोजन खाएं। तली-भुनी और मसालेदार चीजों से बचें।
- बाहर निकलना: सुबह जल्दी या शाम को देर से ही बाहर निकलें।
- गतिविधि: ज्यादा शारीरिक गतिविधि न करें।
- बुजुर्ग और बच्चे: इनका विशेष ध्यान रखें।
- दवाइयां: नियमित दवाइयां लेने वाले लोग डॉक्टर से सलाह लें।
सेहत पर प्रभाव:
तीव्र गर्मी से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हीट स्ट्रोक, लू लगना, डिहाइड्रेशन, थकान, सिरदर्द, पेट खराब जैसी समस्याएं हो सकती हैं। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को ज्यादा सावधान रहना चाहिए।
देसी नुस्खे:
- नीम की पत्तियों का पानी: नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर छान लें और दिन भर पीते रहें।
- दही और चावल: दही और चावल का मिश्रण खाएं।
- आंवला: आंवले का जूस या शरबत पिएं।
- करी पत्ता: करी पत्ते का पानी पिएं।
ध्यान रखने योग्य बातें:
- लू लगने पर: तुरंत ठंडी जगह पर ले जाएं, पानी पिलाएं और पसीना पोंछें। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
- डिहाइड्रेशन: यदि प्यास, थकान, सिरदर्द, चक्कर आना जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
नौतपा के दौरान इन सावधानियों को अपनाकर आप तीखी गर्मी से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।