रिपोर्ट :- शान मुहम्मद
कबरई (महोबा): नगर पंचायत कबरई के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा सरकारी धन के दुरुपयोग का एक बड़ा मामला सामने आया है। सभासदों ने आरोप लगाया है कि एक साल से खराब पड़ी फॉगिंग मशीन के नाम पर प्रतिदिन हजारों रुपये का डीजल और पेट्रोल खरीदा जा रहा है। सभासदों ने इस घोटाले को उजागर करते हुए डीएम मृदुल चौधरी से जांच की मांग की है। उनका कहना है कि मच्छरों के बढ़ते प्रकोप के बावजूद, फॉगिंग मशीन खराब होने के बावजूद उसके संचालन के नाम पर लाखों रुपये का घोटाला किया जा रहा है।
कस्बा कबरई में मच्छरों के प्रकोप से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए फॉगिंग मशीन चलवाने की मांग को लेकर सभासद सुमित वर्मा, सौरभ तिवारी, प्रेमचंद चौरसिया, नीरज सोनी और सभासद प्रतिनिधि पुष्पेंद्र तिवारी नगर पंचायत पहुंचे। जब उन्होंने फॉगिंग मशीन के संचालन की स्थिति के बारे में पूछा, तो कर्मचारियों ने बताया कि मशीन एक साल से खराब पड़ी है।
इसके बाद सभासदों ने फॉगिंग मशीन के डीजल और पेट्रोल के खर्च का ब्योरा मांगा, तो अक्तूबर महीने में कई दिन की डीजल-पेट्रोल रसीदें सामने आईं। यह देखकर सभासदों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने नगर पंचायत में हंगामा किया। सभासदों ने तुरंत डीएम को इस भ्रष्टाचार की सूचना दी और मामले की जांच की मांग की।
नगर पंचायत ईओ अवधेश कुमार यादव का कहना है कि मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं था। उन्होंने आश्वासन दिया है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सभासदों का कहना है कि इस तरह की घोटालों से सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है और जनता को इसके लिए जवाबदेह नहीं ठहराया जा सकता। अब सभी की नजरें डीएम द्वारा की जाने वाली जांच और उस पर होने वाली कार्रवाई पर टिकी हैं।