रिपोर्ट – शान मुहम्मद
महोबा। भाद्रमास की पूर्णिमा पर गुरू गोरखनाथ परिक्रमा समिति के तत्वाधान में गोरखगिरि पर्वत की ऐतिहासिक परिक्रमा, जो चित्रकूट के कामदगिरी की तर्ज पर आयोजित होती है, श्रद्धा, भक्ति और रामधुन के साथ सफलतापूर्वक सम्पन्न हुई। यह यात्रा शिवताण्डव मंदिर से आरंभ होकर पठवा के बाल हनुमान मंदिर, कबीर आश्रम, रामजानकी मंदिर, बाबा फिरोजशाह की दरगाह, रामदरबार, काली माता और छोटी चंद्रिका मंदिर से होती हुई पुलिस लाइन रोड, नागौरिया मंदिर, बाल हनुमान मंदिर और कालभैरव मंदिर होते हुए वापस शिवताण्डव मंदिर में समाप्त हुई। इसके बाद शिवताण्डव परिसर में भजन-पूजन, सत्संग और संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
परिक्रमा समिति प्रमुख, वीरभूमि महाविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. एलसी अनुरागी ने कहा कि त्रेतायुग में भगवान राम, लक्ष्मण और माता सीता ने वनवास काल के दौरान गोरखगिरि पर्वत पर समय व्यतीत किया था, जिसकी जीवंत साक्ष्य आज भी सीता रसोई और रामकुण्ड के रूप में यहां मौजूद हैं।
पूर्व प्रधानाचार्य शिवकुमार गोस्वामी ने पितृ पक्ष के आरंभ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम अपने पूर्वजों का स्मरण और सम्मान करें। साध्वी सुनीता अनुरागी एडवोकेट ने बाल्मीकि रामायण के भगवान राम के आदर्श चरित्र से संबंधित श्लोकों का पाठ किया।
इस अवसर पर जिला बार कौंसिल महोबा के पूर्व महामंत्री मुन्नालाल धुरिया एडवोकेट ने कहा कि हमें हमेशा नेक कार्य करते रहना चाहिए क्योंकि परमात्मा सदैव हमारे साथ रहते हैं। उन्होंने श्रीमद् भागवत गीता के अध्याय 4, श्लोक 8 की व्याख्या करते हुए कहा कि परमात्मा हर युग में धर्म की रक्षा के लिए प्रकट होते हैं।
इस परिक्रमा में ओमनारायण शुक्ला, अर्बन बैंक के परशुराम, राकेश चौरसिया, चन्द्रभान श्रीवास, जगदीश चन्द्र, ओमप्रकाश साहू, मुन्नालाल अनुरागी, बहादुर, साध्वी सुनीता सहित अन्य भक्तगण भी सम्मिलित हुए।